Top Guidelines Of shiv chalisa in hindi
Top Guidelines Of shiv chalisa in hindi
Blog Article
कर त्रिशूल सोहत छवि भारी। करत सदा शत्रुन क्षयकारी॥
नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे। सागर मध्य कमल हैं जैसे॥
किया तपहिं भागीरथ भारी। पुरब प्रतिज्ञा तसु पुरारी॥
प्रगट उदधि मंथन में ज्वाला। जरे सुरासुर भये विहाला॥
सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥
दिवाली से पहले बन रहा गुरु पुष्य योग, जानें सबसे अच्छा क्यों है?
प्रकटी उदधि मंथन में ज्वाला। जरत सुरासुर भए shiv chalisa lyricsl विहाला॥
नमो नमो जय नमो शिवाय। सुर ब्रह्मादिक पार न पाय॥
मैना मातु की ह्वै दुलारी। बाम अंग सोहत छवि न्यारी॥
पूजन रामचन्द्र जब कीन्हा। जीत के लंक विभीषण दीन्हा॥
योगी यति more info मुनि ध्यान लगावैं। नारद more info शारद शीश नवावैं॥
अस्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण कीन कल्याण॥
त्रिपुरासुर सन युद्ध मचाई। सबहिं कृपा कर लीन बचाई॥
अगर आपको यह चालीसा पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!